कल्पना कीजिये की आपके सामने दो घर दिखाए जा रहे हैं। एक घर छोटी सी जगह में बना हो और बहुत ही सस्ती चीज़ों से बना हो यानी की वो घर ऐसा हो जिसमें रहने वाले लोग बहुत पैसे वाले या आमदनी वाले ना हों। उस घर में हर चीज़ को रखने की एक सही और निर्धारित जगह हो। घर के हर चीज़ को और जगह को बहुत ही सही तरह से प्लान किया गया हो और बहुत ही सुन्दर दिखता हो ।
दूसरी तरफ एक ऐसा घर हो जो बहुत ही बड़ी जगह पर बनाया गया हो। उस घर को बनाने में बहुत ही ज्यादा पैसा खर्च किया गया हो। लेकिन उस घर में कोई भी चीज़ अपनी जगह पर सही से ना हो इधर उधर बिखरी हुई हो क्योंकि घर को बनाने के दौरान उन चीज़ों के बारे में सोचा ही ना गया हो जैसे की कौन सी चीज़ को कितनी जगह चाहिए उस हिसाब से जगह कितनी छोड़नी है कितनी बनानी है इत्यादि।
तो जरा सोचिये अगर आप इन घरों में मेहमान बनकर या किसी भी वजह से बारी बारी जाते हैं तो आप पर दोनों में से कौन से घर और उसमें रहने वाले लोगों के बारे में अच्छा प्रभाव पड़ेगा। जाहिर सी बात है उस घर के बारे में अच्छा प्रभाव पड़ेगा जिस घर में हर चीज़ को रखने की एक सही और निर्धारित जगह हो। घर के हर चीज़ को और जगह को बहुत ही सही तरह से प्लान किया गया हो और बहुत ही सुन्दर दिखता हो।
किसी और की बात तो रहने दीजिये आपको कैसा लगेगा अगर आपका घर अच्छी तरह से प्लान किया हुआ होगा। आपके घर की हर चीज़ अपने निर्धारित और सही जगह पर रखी हुई होगी। आपका घर साफ सुथरा और अच्छा दिखेगा। जाहिर सी बात है आपको अच्छा भी लगेगा और आप अपने घर को दूसरों को दिखाने में गर्व भी महसूस करेंगे।
इसका मतलब तो यही हुआ की इंटीरियर डिज़ाइन सबके लिए अच्छा है चाहे वह अमीर हो या गरीब। जैसे की हमने शुरुवात में समझा की घर अगर छोटा है और उसमे रहने वालों की आमदनी भी ज्यादा नहीं है तो भी अगर घर को सही तरीके से प्लान किया गया हो तो घर छोटा होने के बावजूद भी अच्छा दिखेगा और दूसरों पर उसका अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
इससे ये बात तो समझ में आती है की आम लोग भी इंटीरियर डिज़ाइन का उपयोग कर सकते हैं अपने घर के अंदर के हिस्से को खूबसूरत , जगह को पहले से अधिक उपयोगी बनाने में। इंटीरियर डिज़ाइन आम लोगों के लिए भी उतना ही उपयोगी है जितना की किसी बड़े व अमीर आदमी के लिए।
अगर आम लोगों की सोच के बारे में बात करूँ तो आम लोगों को यही लगता है की इंटीरियर डिजाइन उन लोगों के लिए है जो बहुत अमीर हैं, जो बहुत महत्वाकांक्षी हैं लोगों को लगता है की इंटीरियर डिजाइन की सेवाएं केवल उन लोगों के लिए हैं जो बहुत बड़ी कंपनियों या इमारतों के मालिक हैं या जो बड़ी परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं।
लेकिन अगर प्रैक्टिकल तरीके से देखा जाये तो इंटीरियर डिजाइन सेवाओं की जरूरत हर किसी को होती है ताकि ऐसी जगहे बनाई जा सकें जो न केवल देखने में आकर्षक हों बल्कि बहुत काम की हों , आरामदायक हों और रहने वालों के व्यक्तित्व और जीवनशैली को भी दिखाएँ और लोगों पर उनका अच्छा प्रभाव भी पड़े।
चाहे आपको एक कमरे को प्लान करना करना हो और बिलकुल एक नया मनभावन लुक देना हो या चाहे अपने ऑफिस को (बड़ा चाहे छोटा हो ) को नया और मनभावन लुक देना हो। आप एक पेशेवर इंटीरियर डिज़ाइनर को बुलाकर उसकी सेवाएं ले सकते हैं।
लेकिन ऐसे में सवाल ये भी उठता है की अगर मेरा बजट कम है तो क्या ऐसे में एक पेशेवर इंटीरियर डिज़ाइनर को बुलाना सही होगा या ये भी कह सकते हैं की क्या कम बजट में भी जरूरत के हिसाब से इंटीरियर डिज़ाइन की सेवाएं ली जा सकती हैं।
तो इसका जवाब है हाँ बिलकुल ली जा सकती हैं। आज कल बहुत से ऐसे उद्योग खुल गए हैं तो आपको इंटीरियर डिज़ाइन की सुविधा देते हैं। आप उनके बारे में पता लगा कर उनसे संपर्क साधकर कर उनसे बजट और जरूरत के अनुसार सेवाएं ले सकते हैं।
एक पेशेवर इंटीरियर डिज़ाइनर की मदद लेने का सबसे बड़ा फायदा यही है की भले ही आपको एक बार में थोड़ा ज्यादा खर्चा करना पड़ जाये लेकिन जो एक पेशेवर डिज़ाइनर होता है वो आपको घर में होने वाली ऐसी गलतिओं से बचाता है जिसमें बाद में बहुत ज्यादा खर्चा हो सकता है।
एक पेशेवर इंटीरियर डिज़ाइनर ये अच्छी तरह से जानता है की घर के लिए अच्छी सामग्री कौन सी होती हैं और उन्हें कैसे कहाँ और कितना इस्तेमाल करना है। वो अपने अनुभव के आधार पर और उद्योग में सम्पर्को के आधार पर आपको सही सामग्री उपलब्ध कराने के साथ साथ अच्छी इंटीरियर सेवा और समय सीमा के भीतर काम ख़त्म कर के देता है।
अगर आपको अपने घर के इंटीरियर को पहले से ज्यादा उपयोगी बनाना है ,सुन्दर और आकर्षक बनाना है तो आप एक बार कोशिश जरूर कीजिये।
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