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जॉब इंटरव्यू -कहीं आपके साथ ऐसा ना हो सतर्क रहें

दोस्तों जो मेरे साथ हुआ है उससे मुझे मजबूर होना पड़ा है ये बात सबके सामने रखने के लिये ताकि किसी और के साथ ऐसा ना हो। इससे पहले की मैं अपनी आपबीती बताऊँ उससे पहले ही मैं ये बता देना चाहता हूँ की मैं एक लेखक हूँ खुद का ब्लॉग लिखता हूँ ,वीडियो भी बनाता हूँ लेकिन नौकरी के पीछे भागने के बजाय अपना खुद का काम करता हूँ लेकिन मैं कोई बहुत अमीर खानदान का तो हूँ नहीं इसलिए ये कोशिश में भी रहता हूँ की अपने शहर में अगर अपने हुनर के हिसाब से कोई नौकरी मिली तो कर लूंगा। 

लेकिन बहुत नौकरी ढूंढने के बाद भी नौकरी नहीं मिली और इसकी वजहें थी की कई जगह मेरा काम पसंद नहीं आ रहा था। कई जगह उचित पगार नहीं मिल रही थी। वैसे ज्यादातर तो मामला पगार पर ही बिगड़ जाता है। नौकरी के नाम पर आने वाले फ्रॉड कॉल्स ने तो सर दर्द कर ही रखा है। 

इसलिए मैंने तय किया की अब नौकरी ढूढ़ने के बजाय अपना काम ही करूँगा। वैसे भी जितना समय मैंने नौकरी ढूढ़ने और जा जा कर इंटरव्यू देने में लगाया है उतना अपने खुद के काम में देता तो मेरा काम और आगे बढ़ता। उसके बाद  मैंने नौकरी के लिए अप्लाई करना बंद कर दिया और अपने काम पर पूरा ध्यान लगाने लगा। लेकिन नौकरी वाले प्लेटफॉर्म्स से मैंने अपना प्रोफइल नहीं हटाया। इसलिए बीच बीच में मुझे व्हाट्सप्प पर नौकरी के ऑफर आते रहते हैं। 

तो अब आता हूँ अपने उस अनुभव पर जो मैं सबके साथ शेयर करना चाहता हूँ ताकि आप जागरूक रहें। अभी दो ही दिन हुए हैं की मुझे व्हाट्सप्प पर अपना एप्प से कुछ नौकरियों के ऑफर आते हैं जिसमें एक कंटेंट राइटर के लिए भी होता है इस मैसेज के साथ Best kitchenette ,nashik ने कंटेंट राइटर पोस्ट के लिए आपके प्रोफाइल में इंटरेस्ट दिखाया है क्या आप इंटरेस्टेड हैं .मैंने भी यस में रिप्लाई कर दिया क्यूंकि काम मेरे पसंद का था। मैंने सोचा अगर मेरे अपने काम के साथ साथ एक रेगुलर इनकम वाली जॉब हो तो अच्छा है। वैसे भी जब तक अपना काम सही से ना चल पड़े तब तक नौकरी करने में कोई हर्ज नहीं है। ये नौकरी तो अपने काम के साथ साथ हमेशा की जा सकती है। 

अब आगे होता ये है की अगले दिन मुझे उस ऑफिस के एच आर का फ़ोन आता है की जिसमें एक महिला मुझे फ़ोन करती है। वैसे इस तरह के किसी भी जगह से फ़ोन करने काम ज्यादातर महिलाएं ही करती हैं। 

वो महिला मुझे अगले दिन इंटरव्यू के लिए आने के लिए कहती है। मैं अपने पहले के अनुभव के आधार पर उस महिला से ये कहता हूँ की पहले आप मेरा काम अपने सर को दिखा लेते तो अच्छा होता और इंटरव्यू में आने से तो ठीक ही रहता। (मैंने बिलकुल यहीं शब्द कहे ये तो याद नहीं लेकिन मेरी पहली लाइन तो यही थी और यही भाव था।  ). उधर से जवाब मिलता है की आप इंटरव्यू के लिए आएंगे तभी तो आपके बारे में समझ में आएगा। मैंने भी कहा की मैं आ तो सकता हूँ लेकिन अगर आप मेरा काम पहले देख लेते तो ठीक रहता। फिर जब मुझसे पूछा गया की कल आप आ सकते हैं अपने रिज्यूमे के साथ तो कल आ जाईये। मैंने भी कहा की मैं कल आ जाऊंगा। 

कुछ देर बाद मुझे उस ऑफिस से फिर से फ़ोन आता है। इस बार फ़ोन करने वाला कोई आदमी था। वह आदमी अपने बारे में बताने के बाद मुझसे मेरे काम से सम्बंधित सवाल पूछता है या ये समझ लीजिये फ़ोन पर ही मेरा इंटरव्यू हो रहा था।  मैं फिर से मेरा काम देखने की बात करता हूँ। सारी बातें हो जाने के बाद ये तय होता है की मैं अपना रिज्यूमे और अपने ब्लॉग का लिंक उन लोगों को उनके व्हाट्सअप पर भेजूं और अगले दिन उनके दिए गए समय और पता पर अपने रिज्यूमे के साथ पहुंचू।

थोड़ी देर में मेरे वाट्सअप पर उस ऑफिस के एच आर और इंटरव्यू वाली मैडम का मैसेज आता है जिसमें इंटरव्यू का पता और समय दिया होता है इसके साथ ही रिज्यूमे साथ लाने वाला मैसेज भी होता है। थोड़ी देर बाद फिर से मेरे व्हाट्सअप पर मैसेज आता है और उसमे मेरे लिए टास्क होता है जिसमें उनके ऑफिस का वेबसाइट का ,यूट्यूब का ,इंस्टाग्राम का लिंक होता है। मुझे इंटरव्यू में आने से पहले ये टास्क पूरा करना होता है। टास्क ये होता है की मुझे शेयर किये हुए लिंक पर जाकर और सभी का रिव्यु करके स्क्रिप्ट तैयार करना होता है। 

मैंने सोचा चलो अभी से लग जाते हैं काम पर कल रिज्यूमे लेकर निकलना ही रहेगा। उसके बाद मैंने अपने सारे काम खासकर जिस आर्टिकल पर मैं काम कर रहा था वो बंद कर दिया और उन लोगों के दिए हुए टास्क को पूरा करने में लग गया। सारी चीज़ें देखने में समझने में बहुत वक़्त लगा लेकिन अंततः मैंने तीनों भाषाओं (हिंदी ,मराठी और इंग्लिश)में स्क्रिप्ट और ब्लॉग बनाकर व्हाट्सअप पर भेज दिया। 

कुछ देर में मुझे मैसेज आता है की स्क्रिप्ट चैटजीपीटी की लग रही है हमें ह्यूमन रिटेन स्क्रिप्ट चाहिए। मैंने उन लोगों को रिप्लाई दिया की मैंने चैटजीपीटी का इस्तेमाल नहीं किया है। हाँ मैंने गूगल ट्रांसलेटर का इस्तेमाल जरूर किया है खासकर मराठी भाषा के लिए ताकि ग्राममेटिकल एरर ना हों या कम हों।उनका कोई रिप्लाई नहीं आया। मैंने बाद में फ़ोन भी किया लेकिन किसी ने उठाया नहीं क्योंकि शाम हो चुकी थी और ऑफिस बंद हो चूका था। 

दोस्तों मैं ये भी बता दूँ की मैं ज्यादातर जो लेख लिखता हूँ वो मेरे अपने अनुभव के आधार पर होते हैं इसलिए मुझे चैट्जीपीटी जैसे चीज़ों की जरुरत नहीं है। वैसे मैंने चैट्जीपीटी का इस्तेमाल किया हुआ है ये जानने के लिए की ये कैसे काम करता है और कैसा काम करता है। जो भी हो वो कभी हूबहू आदमी जैसे काम नहीं कर सकता। और मेरे जैसे लेखक के विचार मेरे दिमाग से नहीं पढ़ सकता और मेरे जैसे लेख तो नहीं लिख सकता। आगे अगर ऐसा हो गया तो देखा जायेगा। 

अगले दिन सुबह ११ बजे मैं अपने रिज्यूमे के साथ वहां पहुंचा। तीन चरणों में मेरा इंटरव्यू हुआ मुझसे बहुत देर तक हर तरह के सवाल पूछे गए। हर तरह के सवाल से मेरा मतलब है मेरा व्यक्तिगत जीवन, कैरियर और मेरे हुनर से संबधित सवाल। उन लोगों ने शायद ही कोई सवाल छोड़ा होगा। 

जॉब इंटरव्यू -कहीं आपके साथ ऐसा ना हो सतर्क रहें

शुरू में तो एच आर ने बताया था की हम आपको चार दिन काम पर रख कर देखेंगे उसके आधार पर आप का सिलेक्शन होगा और ऑफर लेटर मिलेगा। मैंने हाँ कर दिया। बाद में इंटरव्यू के बाद एच आर ने बताया की आपका सिलेक्शन हो गया है। आपको  रोज सुबह १० बजे से शाम को ७ बजे तक काम करना है। बुधवार को आपका वीक ऑफ रहेगा।चार दिन आपकी ट्रेनिंग होगी। कल साथ में आधार कार्ड और पेन कार्ड का ज़ेरोक्स और एक पासपोर्ट साइज फोटो भी लेते आना। 

अगले दिन से मैं उनके मंगाए हुए डॉक्युमेंट्स के साथ समय से पहले ही पहुँच गया। मुझे डिजिटल मार्केटिंग डिपार्मेंट में बिठाया गया एक कम्प्यूटर के सामने। मुझसे पूरा दिन बहुत काम लिया गया जो शायद ट्रेनिंग के हिसाब से जरुरी होगा (कम से कम मैं तो यही मान रहा हूँ। पता नहीं सही क्या है)मुझसे पूरा दिन स्क्रिप्ट बनवाया गया। कंपनी की वेबसाइट और प्रतियोगी कंपनियों का रिव्यु करवाकर बहुत सारे पॉइंट्स व सलाह मुझसे बनवाये गए।

काम तो मेरी पसंद का ही था कंटेंट बनाने वाला इसलिए मैंने भी जी जान से काम किया। यहाँ तक की तय ब्रेक के अलावा मैंने कोई ब्रेक नहीं लिया वो भी पूरा ब्रेक नहीं बल्कि उतना ही लिया जितने में मैं अपना दोपहर का खाना जल्दी से खा सकूँ। हाँ ये भी बता दूँ की सुबह काम शुरू करवाने से पहले मुझसे एक फॉर्म पर साइन करवाया गया जिसमें उल्लेखित था की मैं कंपनी की टर्म्स एंड कंडीशन से सहमत हूँ और कंपनी अपनी टर्म्स और कंडीशन कभी भी बदल सकती है। अगर मैं कंपनी की किसी चीज़ को नुकसान पहुंचाता हूँ तो मुझे उसका हर्जाना भरना पड़ेगा। फ़िलहाल तो मुझे उस फॉर्म की ये दो बातें ही याद आ रही हैं। टर्म्स और कंडीशन का तो पता नहीं लेकिन मैंने बाजु वाले के इशारे पर फॉर्म पर साइन कर दिया। वैसे देखा जाये तो आम तौर पर किसी भी चीज़ में टर्म्स और कंडीसन कौन पढ़ता है। 

पूरा दिन काम करने के साथ अच्छा गुजरा। साथ में काम करने वालों के साथ जितनी भी बात हुई सब अच्छा था। अपने काम करने के बारे में बात करूँ तो मेरा काम भी सबको पसंद आ रहा था और मुझे भी अंदर से काफी अच्छा महसूस हो रहा था की मैं अच्छा काम कर रहा हूँ। मैं अपने काम को लेकर अंदर से बहुत संतुष्ट महसूस कर रहा था। 

शाम हुई और ऑफिस बंद होने का समय आ गया। सबको बाय करते हुए मैं अपने घर की ओर निकला कुछ जानी पहचानी जगहों को निहारते हुए और ये सोचते हुए की चलो आज नयी जॉब का पहला दिन काफी अच्छा गुजरा। मन ही मन मैं अपनी नयी दिनचर्या का टाइम टेबल बनाने लगा। घर पहुंचकर मैं हाथ मुँह धोकर अपने भतीजे को अपने नए जॉब वाले ऑफिस का पता बताने के लिए स्मार्टफोन खोला तो देखा व्हाट्सअप पर एच आर का मैसेज आया हुआ है। वो मैसेज ऐसा था। इंग्लिश में था लेकिन मैं हिंदी में बदल कर दिखा रहा हूँ - "नमस्ते सर, आप हमारे कंटेंट राइटर पद के लिए आवश्यक योग्यताएं पूरी नहीं करते हैं, इसलिए हम आपको नौकरी से निकाल रहे हैं, लेकिन मैं आपका रिज्यूम किसी दूसरी नौकरी के लिए भेज दूंगा। मुझे उम्मीद है कि आपको जल्द ही कोई दूसरी नौकरी मिल जाएगी।"

जॉब इंटरव्यू -कहीं आपके साथ ऐसा ना हो सतर्क रहें

ये देखकर मुझे थोड़ा झटका लगा क्योंकि पहली बार इस तरह का अनुभव मुझे हो रहा था की कोई कंपनी पूरी तरह से जांच परखकर मुझे जॉब पर रखती है और मेरा पहला दिन का काम भी अच्छा होता है और ऑफिस टाइम ख़त्म होने के कुछ मिनटों में मुझे मैसेज आता है की आप हमारी आवश्यक योग्यताएं पूरी नहीं कर रहे हैं इसलिए हम आपको जॉब से निकाल रहे हैं।

जॉब इंटरव्यू -कहीं आपके साथ ऐसा ना हो सतर्क रहें

ये मैसेज देखने के बाद मुझे गुस्सा तो बहुत आया। सच कहता हूँ दोस्तों अगर मैं वही पुराना वाला गरम दिमाग का एन सी सी  कैडेट होता तो अभी तक उनको जवाब दे चूका होता। अंजाम चाहे जो भी होता बाद में। लेकिन नहीं गुजरते समय ने बहुत कुछ सीखा दिया है। खासकर ये की गुस्सा करने से और झगड़ा करने से कोई हल नहीं निकलता। 

वैसे भी अब मैं एक लेखक हूँ किसी बात को लेकर उत्त्तेजित होने के बजाय उसपर गहराई से सोचता हूँ और पूरी कोशिश करता हूँ की उचित कदम उठाऊं। बहुत सोचने के बाद मुझे इस बारे में लिखना और लोगों को जागरूक करना ज्यादा सही लगा। 

वैसे तो मैं ये सोचकर पीछे भी हट सकता था की जो हुआ जाने दो आगे देखते हैं और अपना काम तो चल ही रहा है। लेकिन नहीं गुस्सा पर काबू रखना और झगड़ा नहीं करना अच्छी बात है लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं की गलत का विरोध भी नहीं करना चाहिए। करना चाहिए लेकिन शांति से सोचकर और सही कदम के साथ। 

इसके बाद अगले दिन मेरे और उनके बीच व्हाट्सअप मैसेज के द्वारा बात हुई जो मैं यहाँ आपको  दिखाना चाहूंगा। वैसे तो मेरे पास उन सारे मैसेज के स्क्रीन शॉट भी हैं लेकिन मुझे उनके इस्तेमाल से सम्बंधित कानूनों की जानकारी नहीं है इसलिए मैं उन मैसेज को वार्तालाब के रूप में लगभग वैसा ही पेश कर रहा हूँ -


एच आर (शाम को ऑफिस ख़त्म होने के कुछ मिनट बाद )- नमस्ते सर, आप हमारे कंटेंट राइटर पद के लिए आवश्यक योग्यताएं पूरी नहीं करते हैं, इसलिए हम आपको नौकरी से निकाल रहे हैं, लेकिन मैं आपका रिज्यूम किसी दूसरी नौकरी के लिए भेज दूंगा। मुझे उम्मीद है कि आपको जल्द ही कोई दूसरी नौकरी मिल जाएगी।


मेरा रिप्लाई - ठीक है. लेकिन किसी और के साथ ऐसा मत कीजिएगा प्लीज 🙏। मुझे अपने कौशल पर भरोसा है। मैं जल्द ही सफल हो जाऊंगा।


लेकिन फिर भी आप सही वजह बता देते तो ठीक था।


अगले दिन -


मैं - रिप्लाई प्लीज


ऑफिस - नमस्ते सर, सुप्रभात

सर, हम मराठी कंटेंट राइटिंग में अधिक अनुभव वाले किसी व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं। जबकि आप निस्संदेह हिंदी में उत्कृष्ट हैं, हमें एक मराठी कंटेंट राइटर की आवश्यकता है, जिसकी मराठी में धाराप्रवाह और कुशल लेखन शैली हो।"


प्रशिक्षण अवधि के दौरान कंपनी द्वारा लिए गए कठोर निर्णय के लिए हम क्षमा चाहते हैं। हालाँकि, हम आपसे विनम्र अनुरोध करते हैं कि आप कंपनी की आवश्यकताओं को समझें, क्योंकि यह हमारे नियमों और नीतियों के अनुरूप है।

मैं -जब आपने मेरा फ़ोन पर इंटरव्यू लिया, उसके बाद आपने मेरे ब्लॉग पर मेरा काम देखा। आपने मुझे टास्क दिया और बाद में मुझे कॉल करके तीन चरणों में मेरा इंटरव्यू लिया और मुझे अच्छे से याद है कि आपने मुझसे यह भी पूछा था कि मैं किस भाषा में सहज हूँ और मैंने आपको बताया था कि मैं हिंदी में सहज हूँ, तो आपको ये सारी चीज़ें क्लियर कर लेनी चाहिए थी। आपकी वजह से मैं दूसरी जगह इंटरव्यू देने नहीं गया। लेकिन ठीक है, लड़ाई-झगड़ा और बात को बढ़ाना कोई हल नहीं है। लेकिन जो भी हुआ वो गलत है और एक कंटेंट क्रिएटर होने के नाते मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि मैं इस पर एक ब्लॉग लिखूँ और एक वीडियो भी बनाऊँ ताकि मैं सबको जागरूक कर सकूँ और जो मेरे साथ हुआ वो उनके साथ न हो। जवाब देने और कारण बताने के लिए धन्यवाद।

मेरे इस मैसेज के बाद उन लोगों का अभी तक कोई रिप्लाई नहीं आया।  

आखिर इनके ऐसे व्यवहार के पीछे क्या वजह हो सकती है ?

हो सकता है ये एक नए तरीके का स्कैम हो। जिसमें ये एक दिन में किसी से काम कराके उसे कुछ वजह बताकर ऐसे ही निकाल देते होंगे जैसे मुझे निकाल दिया। फ्री में काम भी करा लिया और पगार देने का भी झंझट ख़त्म। 

हो सकता है इंटरव्यू लेते समय कुछ बातों पर इनका ध्यान ना गया हो और काम देते समय इन्हें महसूस हुआ हो की हमने गलत आदमी को जॉब पर रख लिया। लेकिन पूरी घटना पर गौर करने पर मेरे मामले में ऐसा लग तो नहीं रहा है। 

या ये भी हो सकता है जो इनका मैनेजर है उसने ऐसा निर्णय लिया हो। इसके बारे में कोई सबूत तो नहीं है लेकिन आम तौर पर जो लोग ऑफिस में काम करते हैं वो समझ सकते हैं की कई मैनेजर कितने खडुश होते हैं। उन्हें कोई फायदा हो या ना हो लेकिन वो लोगों को परेशान जरूर करते हैं। बाल की खाल निकालने वाली कहावत इन पर उचित लगती है। खैर मैं पक्का तो नहीं कह सकता इसलिए हो सकता है शब्द का उपयोग किया है। 

हो सकता है इन्हें कहीं से मेरे बारे में कोई गलत खबर दे रहा हो और ये बिना जाँच किये उस खबर को सही मान बैठे हों। गलत खबर फैलाने वाला कोई भी हो सकता है कोई हमारा अपना जो अंदर से जलता हो। या गुजरे हुए कल का कोई ऐसा जो आपसे नफरत करता हो और आपको पता ना हो। वैसे अगर अपनी बात करूँ तो मैंने जीवन में कोई ऐसा गलत काम नहीं किया है जिसका मेरे प्रोफेशनल लाइफ पर कोई नकारात्मक फर्क पड़े। 

तो दोस्तों मेरे साथ जो होना था हो गया लेकिन आप सतर्क रहिये। अगर आप के पास इस कंपनी का या किसी भी कंपनी के लिए कोई ऑफर आता है तो सतर्क हो जाईये। अगर आपके पास इनका फ़ोन आता है तो उनसे सारे जरुरी सवाल जरूर पूछें बिना डरे और हिचकिचाए हुए तथा अलग से जानकारी भी हासिल करें । अब लगता है सिर्फ इंटरनेट और सोशल मीडिया पर इनके रिव्यु और चमक धमक देखकर नौकरी के लिए हाँ करना ठीक नहीं है। हो सके तो मेरा ये लेख औरों तक भी पहुचायें ताकि लोग जागरूक रहें और मेरी तरह धोखा खाने से बचें। 

कंपनी का नाम है - Best Kitchenette 

पता है - Best Kitchenette- golden days school, Kailas Nagar,Pawar Mala Aurangabad Road, Takli Rd, Nashik, Maharashtra 422003 

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