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मैं सोच रहा था अपने बारे में की मैंने नौकरी छोड़ दिया😟 , मैंने जो परीक्षा दिया है उसमे कितना कामयाब होऊंगा पता नहीं😟 ,बीवी का अलग ताना मारना और पहले जैसी नौकरी करने के लिए बार-बार दबाव बनाना 😟 मैंने सोच लिया है की मैं नौकरी नहीं करूँगा और वैसी तो बिलकुल नहीं जैसी नौकरी छोड़ कर आया हूँ😏। इससे अच्छा तो अपना हुनर निखार कर अपना कोई काम शुरू कर दूँ😇। पापा का नौकरी को लेकर अलग ताने😞,मम्मी की मेरी नौकरी को लेकर निराशा वाली बातें और माँ-बाप दोनों का दुसरो से तुलना करना जो मुझसे ज्यादा कामयाब हैं😞।
बेटा अभी छोटा है लेकिन कभी तो उसका स्कूल में एडमिशन कराना पड़ेगा और ख़र्चे भी बढ़ेंगे😟 ,वो तो अच्छा है की जितने साल कमाये फालतू खर्च नहीं किये शुरू से ही सादा जीवन और बचत पर ध्यान दिया नहीं तो लॉकडाउन में तो बुरा हाल हो जाना था😌😏। लेकिन कब तक बचत के भरोसे चलता रहूँगा कुछ इंतजाम करना पड़ेगा। ये सब सोच कर ऐसा लगने लग गया की ये दुनिया दुःखों का सागर है। जब तक जीना है तब तक रोना है😨😭।
दुःखी |
फिर मेरे भीतर के अनुभव के आधार पर मेरी तर्क शक्ति ने जवाब दिया की मैं ऐसा क्यों महसूस कर रहा हूँ की सब बुरा है उत्तर मिला "तनाव" की वजह से😇। ये समस्याएँ और ये दुनिया इतनी बुरी नहीं है जितनी तनाव की वजह से महसूस हो रही है😇। अगर इन समस्याओं से तनाव को हटा दिया जाये तो ये समस्याएं तो कुछ भी नहीं है👎😇। समस्याएँ है ही इसीलिए क्योंकि इनका समाधान भी है 👼बस ढूढ़ना हमारा काम है😇। ढूढ़ने पर समाधान मिल भी जाता है कभी जल्दी तो कभी देर से😇।
क्या इससे पहले जीवन में बुरा समय नहीं आया😄। जो होना था वो होके ही रहा। मैं स्कूल के दिनों में असफल भी हुआ हूँ। उस समय मेरे माता पिता और मैं काफी निराश हुए थे और कुछ समय के लिए तनाव में भी आ गए थे😞 लेकिन आज समझ में आता है की वो समय निराश होने और तनाव में रहने का नहीं था 😇बल्कि कुछ अलग सोचने का था और तर्क के साथ सोचने का था की समस्या क्या है ?क्यों है ?कैसे है ?समाधान क्या है ?दूसरा रास्ता क्या है?वो समय तनाव में गुजर गया, खुशी से भी गुजर सकता था😇😄।
काबू पाना |
यही सोचते सोचते मेरे अंदर का आत्मविश्वास सक्रिय हुआ✊😇 और कहा व्हाट द हेल इज़ दिस स्ट्रेस !(ये तनाव क्या चीज़ है जो मुझे तंग करे !) जीवन में कैसे-कैसे मंजर आये और गुजर गए💪😇। आखिर क्यों निराश होऊं😇। नौकरी छोड़ने के बाद मैंने अपनी जीवन जीने का तरीका सुधर लिया😇। सुबह जल्दी उठता हूँ। रात को जल्दी सोता हूँ और पूरी नींद सोता हूँ ,कसरत करता हूँ ,योग करता हूँ😇 ,अपने परिवार के साथ समय जैसा भी हो अच्छा ही गुज़रता है ,अपने घर का काम करके बहुत ख़ुशी महसूस होती है😊😇। अपने बेटे के साथ खेलना ,बातें करना ,पढाई कराना कितना अच्छा लगता है😁😇। इसके अलावा अपना हुनर निखारना जैसे की लिखना,चित्र बनाना ,फिटनेस की जानकारी और घर से काम कैसे करें इस पर रिसर्च करना और मजेदार चीज़ो के बारे में जानना। कुछ न कुछ पढ़ते रहना😎😍।
क्यों सोचूँ की दूसरे मेरे बारे में क्या सोचते है😏 ? क्यों दूसरों की बातों में आकर कोई ऐसी नौकरी करूँ जिसमें मेरी कोई दिलचस्पी नहीं 😏? मुझे क्या करना है ये फैसला मैं अपने हिसाब से क्यों न लूँ 😏?मैं मृगतृष्णा का शिकार क्यों बनू 😏?मृगतृष्णा का मतलब है हिरन की प्यास या चाहत। मृग शब्द का मतलब होता है "हिरन" और "तृष्णा" शब्द का मतलब होता है "प्यास" ,"इच्छा ","आकांक्षा " . नौकरी की बात सोचते हुए मुझे ये शब्द याद आ जाता है क्योंकि ये शब्द का मतलब मैंने अपनी स्कूली शिक्षा के दौरान अपनी एक अध्यापिका से सुना था की हिरन जो होता है वो एक खुशबू को सूँघते हुए इधर उधर दूर दूर तक भटकता रहता है उस चीज़ की तलाश में जिसमे से वो खुसबू आ रही होती है और मजे की बात ये है की वो खुशुबू जिसके लिए वो इतनी दूर दूर तक भटकता रहता है वो कहीं और से नहीं बल्कि उसके अंदर से ही आ रही होती है। ठीक इसी तरह से इतने साल तक नौकरी करने के बाद मुझे लगता है की किसी और के यहाँ नौकरी करने के बजाय मैं अपने अंदर के हुनर को निखार कर अपनी रोजी रोटी के लिए खुद काम कर सकता हूँ यानि की अपना खुद का काम शुरू कर सकता हूँ। मुझे अपने निखरते हुनर और खुद पर विश्वास है की मैं कर सकता हूँ और बिना डरे लगातार मेहनत करते रहने से सफलता जरूर मिलेगी।
और इस तरह मैं अपने आत्मविश्वास के कारण अपने तनाव से मुक्त होता रहता हूँ😍। कई बार ताने सुनने को मिलते हैं ,कई बार दिल दुखता है 😞लेकिन मेरे लिए आखरी फैसला मेरा ही होता है क्योंकि दूसरों पर ध्यान देने के बजाय मैं अपने हुनर पर ध्यान देता हूँ और अपना काम आत्मविश्वास के साथ करता हूँ✊👼।
अगर जीवन में कोई भी काम करना हो ,नौकरी करना हो ,किसी भी नए व्यापार या काम की शुरुवात करना हो तो खुद पर विश्वास होना चाहिए। अपने हुनर को समझते हुए उसे निखारना चाहिए। डर पर काबू करते हुए समस्या का समाधान निकालने की हिम्मत होनी चाहिए। सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत होनी चाहिए। गलतियों से सीखना चाहिए। असफल होने पर निराश नहीं होना चाहिए और सब्र रखते हुए वजह समझना चाहिए और समाधान निकालना चाहिए और लगातार कोशिश करते रहना चाहिए। लोगों की बातों से ज्यादा खुद पर भरोसा होना चाहिए।
ये सारी बातें जरुरी हैं एक सफल जीवन के लिए और तनावमुक्त जीवन के लिए। लेकिन क्यों जरुरी हैं ये थोड़ा विस्तार से समझते हैं - मान लीजिये आप को पता नहीं है की आपके अंदर कौन सा हुनर है। आपके पास बहुत सारी डिग्रियां हैं तो आप बहुत सारी नौकरियों के पीछे अंधाधुन भागते रहेंगे ये समझे बगैर की आप में कौन सी काबिलियत है और उसके आधार पर आपको कौन से तरह का काम ढूढना चाहिए। अगर आप किसी तरह से नौकरी पा भी गए तो ज्यादा संभावना इस बात की रहेगी की आप उस नौकरी से संतुस्ट नहीं होंगे। इसलिए हमें पता होना चाहिए की हममें क्या हुनर है , उसे कैसे निखारना है और उसके आधार पर हमें क्या काम करना है। इस तरह से आपका काम के प्रति आत्मविश्वास बना रहेगा और साकरात्मक रवैया भी और काम को लेकर आप तनाव महसूस करने से बच सकते हैं।
आप में हुनर है ये अच्छी बात है लेकिन आपको खुद पर ये विश्वास होना चाहिए की आप कर लेंगे। अगर आप दूसरों की नकारात्मक बातें सुनकर ,दूसरों को देखकर या किसी भी कारण से ये सोचेंगे की मुझसे नहीं होगा ,जब इतने लोगों से नहीं हुआ तो मुझसे कहाँ होने वाला है ,ये काम इतना आसान नहीं है ,ये काम का कोई महत्व नहीं है ,कौन पूछता है आजकल ऐसे कामों को इत्यादि। अगर आप इस तरह की बातों में आकर शुरुवात ही नहीं करेंगे ,कोशिश ही नहीं करेंगे तो ऐसे तो कोई काम ही नहीं होगा खासकर ऐसे काम जो आप अपने लिए करना चाहते है। और आप वो प्राप्त करने में असमर्थ हो सकते है जो इस जीवन में आप पाना चाहते हैं।
लोगों का क्या है इस दुनियाँ में कई तरह के लोग हैं , उनके सोचने का तरीका अलग अलग है , किसी भी चीज़ को लेकर उनके अपने विचार हैं , उनके बोलने के तरीके अलग अलग हैं। आप सबके हिसाब से सही नहीं हो सकते हैं चाहे वो आपके परिवार के लोग हों या बाहर के लोग हों।
आत्मविश्वास |
अपने हुनर और आत्मविश्वास के कारण आज आपके के सामने मैं ये विचार रख पाया हूँ और ये उम्मीद भी करता हूँ की मेरे ये विचार किसी के काम आ सकें और वो तनावमुक्त होकर फिर से कोशिश करे और सफल हो सके। 😇👼😍।
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