वित्तीय बाज़ारों यानि की पैसों के बाज़ारों में व्यापार करना उन लोगों के लिए काफी रोमांचक और आकर्षक उद्यम हो सकता है जो हमेशा कोशिश करते रहते हैं और हमेशा कुछ नया कौशल सिखने की इच्छा रखते हैं।
मैंने इसे पैसों का बाजार इसलिए कहा क्योंकि अगर एक तरह से देखा जाये तो इसमें सारा खेल पैसों का ही है। हम इसमें पैसा लगाते हैं ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए और मुनाफे के रूप में हम ज्यादा पैसा ही कमाना चाहते हैं।
यानि की हम जितना इसमें पैसा लगाते हैं हमें जितना हो सके उतना ज्यादा पैसा हमें कमाना होता है। और इसमें यानि की वित्तीय बाज़ारों में यही हमारा लक्ष्य होता है। या ये उम्मीद भी रहती है की कम से कम जितना पैसा लगाया है उससे तो थोड़ा ज्यादा ही मुनाफा हो जाये। और उसके लिए आप शेयरों, मुद्राओं, वस्तुओं, या अन्य संपत्तियों का व्यापार में हिस्सा ले सकते हैं या दूसरे शब्दों में कहूँ तो आप उन सबों में अपना पैसा लगा सकते हैं।
लेकिन शुरवात करने से पहले आप को कुछ मुलभुत बातों को जानना और समझना बहुत ही जरुरी है। चलिए देखते हैं वो मूलभूत बातें क्या हैं -
१. पूरी जानकारी लें - वित्तीय बाजार में पैसा लगाने या निवेश करने से पहले वित्तीय बाज़ारों के बारे में सही से जानकारी लेना बहुत ही जरुरी है। बाजार में आपूर्ति और माँग क्या है और इनका बाजार में क्या आवश्यक्ता है। इनसे बाजार कैसे प्रभावित होता है। बाजार का रुझान कैसा होता है यानि की वित्तीय बाजार में क्या क्या होता है और इसमें क्या क्या बदलाव होते हैं और उनका क्या असर होता है वित्तीय बाजार पर। वित्तीय बाजार में क्या क्या और कैसे कैसे जोखिम होते हैं और उनसे बचने का क्या क्या प्रबंध किया जा सकता है। ट्रेडिंग कैसे करना चाहिए और इसमें क्या क्या और कैसे कैसे रणनीतियां बनानी चाहिए इत्यादि की समझ होनी बहुत जरुरी है। ये सब समझने के लिए इनसे सम्बंधित किताबें पढ़ी जा सकती हैं ,सेमिनार में भाग ले सकते हैं ,ऑनलाइन क्लास की भी मदद ली जा सकती है।
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२. आप किस तरह से ट्रेडिंग करना चाहते हैं उसे चुने -वित्तीय बाजार में ट्रेडिंग करने के कई प्रकार हैं जैसे की डे ट्रेडिंग ,स्विंग ट्रेडिंग और दीर्घकालिक निवेश। इनमें सभी का अपना अपना नजरिया है और समय की प्रतिबद्धता है यानि की इन सबमें ट्रेडिंग करने का अलग अलग तरीका है और समय में भी अंतर है जैसे की कौन से ट्रेडिंग कब शुरू करनी है और कितने समय तक उसका आउटपुट मिलता है ,कब इन्वेस्ट करना है और कब निकाल सकते हैं इत्यादि। अपने लिए उपुक्त ट्रेडिंग का तरीका निश्चित करने से पहले आप को खुद को भी समझना है यानि की आपका व्यक्तित्व कैसा है यानि की आप किसी बात को कितना समझ सकते हैं और आप कितना शांति से काम कर सकते हैं। आप कितना जोखिम उठा सकते हैं और सह सकते हैं। और आपकी क्या उपलब्धि है यानि की आपकी जो वर्तमान स्तिथि है वो वित्तीय बाज़ारों में निवेश करने के लिए कितनी अनुकूल है।
३. अपना वित्तीय लक्ष्य तय करें - अपना ट्रेडिंग का तरीका समझने के बाद आपको ये भी तय करना चाहिए की आपका वित्तीय बाजार में लक्ष्य क्या है यानि की आप कितना मुनाफा कमाना चाहते हैं और आपको किसमें निवेश करना चाहिए जैसे की आप अल्पकालिक लाभ में निवेश करना चाहते हैं या दीर्घकालिक धन संचय की तलाश कर रहे हैं। सही तरह से लक्ष्य निर्धारित करने के बाद आप एक अच्छी ट्रेडिंग योजना बना सकते हैं और आगे जो हालात आपके सामने आएंगे उसे समझ सकते हैं और उचित उपाय भी कर सकते हैं।
४. एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुनें - सही तरह से और प्रभावशाली तरीके से ट्रेडिंग करने के लिए जरूरत होती एक भरोसेमंद ट्रेडिंग प्लेटफार्म का चयन करने की। ट्रेडिंग प्लेटफार्म चुनने में हमें कुछ बातों या बिंदु कह लीजिये का ध्यान रखना पड़ता है जैसे की यूजर इंटरफेस यानि यानि किसी कंप्यूटर सिस्टम एवं यूजर के बीच संपर्क स्थापित करने की प्रक्रिया। इसमें हमें ये देखना होता है की जो सिस्टम हम इस्तेमाल कर रहे हैं वो यूजर के साथ संपर्क साधने में कितना अच्छा है,
उपलब्ध बाजार यानि की आप जिस तरीके से ट्रेडिंग करना चाहते हैं वो वैसी संभावना प्लेटफार्म में आप के लिए उपलब्ध है की नहीं या फिर ये भी कह सकते हैं की जो प्लेटफार्म आप चुन रहे हैं ट्रेडिंग के लिए वो आपको निवेश करने के लिए किस तरह की सुविधा और मौके उपलब्ध करा रहा है।
शुल्क और ग्राहक सहायता उपलब्ध कराता है की नहीं। इस तरह के बताये गए बिंदुओं पर हमे अच्छे से शोध करना चाहिए और अलग प्लेटफॉर्म की तुलना भी करनी चाहिए ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके की जो प्लेटफॉर्म आप चुन रहे हैं ट्रेडिंग के लिए वो विनयमित यानि की सही नियम से काम करता है की नहीं और ट्रेडिंग के लिए सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है की नहीं।
५.पहले एक डेमो खाते के साथ अभ्यास करें -ज्यादातर नामी और अच्छे ट्रेडिंग प्लेटफार्म पहले आपको डेमो खाते की सुविधा देते हैं। दूसरे शब्दों में कहूं तो पहले आपको डेमों खाते में ट्रेडिंग का अभ्यास करना चाहिए जिसमें असली पैसे नहीं निवेश करना पड़ता है और डेमो खाते में अभ्यास करने से आपको ये फायदा होता है की आप सही में निवेश करके ट्रेडिंग करने से पहले ट्रेडिंग के बारे में अच्छे से समझ में आने लग जाता है और आपको ये समझने में बहुत मदद मिलती है की कब निवेश करना है और कैसे करना है और कब फायदा हो सकता है और कब नुकसान हो सकता है इत्यादि । डेमो खाते के साथ अभ्यास करते रहने से आप अपने ट्रेडिंग कौशल को विकसित कर सकते हैं।
६. एक ट्रेडिंग योजना विकसित करें - ट्रेडिंग के बाजार में अच्छी तरह से सफल होने के लिए सही और अच्छे से बनाई गयी योजना बहुत जरुरी है। ट्रेडिंग योजना बनाने में कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे की ट्रेडिंग की रणनीति यानि की आप किस तरह से ट्रेडिंग करना चाहते हैं अपने हालत के अनुसार , अपने जोखिम सहने की हद के अनुसार ,अपने धन सम्पति के अनुसार यानि की आप कितना निवेश कर सकते हैं। कुल मिलकर आपको ऐसी ट्रेडिंग योजना बनानी होती है जो आपके लिए फायदेमंद और उचित हो। अपनी बनायीं हुए सही और उचित योजना पर टिके रहना है और भावनाओं में बहकर निर्णय लेने से बचना है।
७.छोटी शुरुआत करें और जोखिम प्रबंधन करें - जब आप लाइव ट्रेडिंग की शुरुवात करें तो ये ध्यान में रखना है की शुरू में जितना हो सके कम निवेश करें। शुरुवात में आप नौसिखिए होते हैं यानि की नए नए सीखे होते हैं और आपको अपने अनुभव के साथ बहुत कुछ सीखना और समझना होता है ट्रेडिंग बाजार में। इसलिए शुरुवात में ज्यादा मुनाफा के लालच में पड़कर ज्यादा जोखिम ना लें। वैसे भी ये पुरानी कहावत है और सही भी है की लालच बुरी बला है। शुरुवात में मुनाफे पर ज्यादा ध्यान देने के बजाय जोखिम प्रबंधन पर ध्यान देना जरुरी है। जोखिम प्रबंधन यानि की जो ट्रेडिंग में जोखिम होने की संभावना होती है उससे बचने के लिए क्या उपाय या प्रबंध किये जा सकते हैं।संभावित नुकसान को सीमित करने के लिए स्टॉप-लॉस ऑर्डर सेट करने जैसी जोखिम प्रबंधन तकनीकों को लागू करें।
८. लगातार सीखें और अनुकूलित करें - ट्रेडिंग एक निरंतर विकसित होने वाले क्षेत्र है और इसमें बदलाव होते रहते हैं। हमें ट्रेडिंग के बदलाव के अनुसार ,बाजार के रुझान और जरुरत के अनुसार जानकारी रखना और अपनी रणनीतियों में बदलाव करना जरुरी होता है। बाजार के बारे में लगातार जानकारी लेते रहें ,वित्तीय समाचार पढ़ें और बाज़ार डेटा का विश्लेषण करें। बाज़ार की स्थितियों के अनुसार अपनी ट्रेडिंग रणनीतियों को अपनाने के लिए तैयार रहें और अपने अनुभवों से सीखें।
९. अपने व्यापार की निगरानी और मूल्यांकन करें - अपने ट्रेडों के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए नियमित रूप से उनकी समीक्षा करें। सफल और असफल दोनों ट्रेडों की पहचान करें और उनके परिणामों के पीछे के कारणों का विश्लेषण करें। ट्रेडिंग जर्नल रखने से आपको अपनी प्रगति को ट्रैक करने, पैटर्न की पहचान करने और भविष्य में सूचित निर्णय लेने में मदद मिल सकती है।
१०. पेशेवर और अनुभवी लोगों का मार्गदर्शन लें - अनुभवी व्यापारियों या वित्तीय सलाहकारों से मार्गदर्शन लेने पर विचार करें। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव के आधार पर ली गयी जानकारी आपको मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकती है यानि की आप को ट्रेडिंग के बारे में सही जानकारी ,विचार और सही नजरिया दे सकती है। और आपके व्यापारिक कौशल को निखारने में आपकी मदद कर सकती है।इसलिए व्यापारिक समुदायों या मंचों से जुड़ा रहना भी जरुरी है। लेकिन हमें ये भी ध्यान रखना है की कौन सही जानकारी दे रहा है और कौन गलत जानकारी दे रहा है क्योंकि सही और गलत की सम्भावना तो बनी ही रहती है। जो जितना सही जानकारी दे सकता है वो उतना गलत जानकारी भी दे सकता है।
उपरोक्त बताई गयी बातों को ध्यान में रखने से आपके लिए ट्रेडिंग यात्रा शुरू करना एक उत्साहजनक और फायदेमंद अनुभव हो सकता है। बताई गयी बातों का पालन करके ,जानकारी ,अभ्यास और निरंतर सुधार करके वित्तीय बाजार में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान विकसित कर सकते हैं। ये ध्यान में रखना भी जरुरी है की धैर्य, अनुशासन और सीखने की इच्छा एक सफल व्यापारी के प्रमुख गुण हैं।
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