सुनें - यूँ ही स्मार्टफोन में कुछ वीडियो देखते देखते एक वीडियो दिखा जिसको देखकर मैं कुछ सोचने पर मजबूर हुआ। उस वीडियो में एक महाशय ये ज्ञान बाँट रहे थे की अगर जिंदगी में कामयाब होना है तो कम्फर्ट लेवल ,अच्छी लाइफ स्टाइल ,हेल्दी लाइफ स्टाइल ,रिलैक्सेशन ,आराम ये सब छोड़ दो। ये सब बकवास की बातें हैं। अगर आप इन सब के बारे में सोचेंगे तो कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे। हालाँकि जिन्होंने ये बात कही है वो बहुत बड़े सेलेब्रिटी हैं। जाहिर सी बात है की उनके पास बहुत पैसा है। बहुत सारी पूंजी भी है। उनके घर में हर तरह की सुविधा भी होगी। आखिर उनके जैसे लोगों के पास नहीं होगी तो किसके पास होगी। आम लोगों के पास तो होगी नहीं। अगर कम्फर्ट लेवल ,हेल्दी लाइफ स्टाइल इत्यादि इतनी ही बुरी चीज़ है तो जितने भी अमीर लोग और बड़े लोग हैं वो बड़े बड़े बंगले क्यों बनवाते हैं रहने के लिए तो एक मंजिला घर जिसमें सभी के लिए जरुरत के हिसाब से कमरे हों काफी है। एक गाड़ी होते हुए भी ज्यादा गाड़ियां क्यों खरीदते हैं। उनके आने जाने के लिए तो एक गाड़ी ही काफी है। इन लोगों का खेती से भी कुछ लेना देना नहीं होता है फिर ये लोग बड़े बड़े फार्मह
सुनें 👇 उस दिन मेरे भाई ने दुकान से फ़ोन किया की वह अपना बैग घर में भूल गया है ,जल्दी से वह बैग दुकान पहुँचा दो । मैं उसका बैग लेकर घर से मोटरसाईकल पर दुकान की तरफ निकला। अभी आधी दुरी भी पार नहीं हुआ था की मोटरसाइकल की गति अपने आप धीरे होने लगी और थोड़ी देर में मोटरसाइकिल बंद हो गयी। मैंने चेक किया तो पाया की मोटरसाइकल का पेट्रोल ख़त्म हो गया है। मैंने सोचा ये कैसे हो गया ! अभी कल तो ज्यादा पेट्रोल था ,किसी ने निकाल लिया क्या ! या फिर किसी ने इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया होगा। मुझे एक बार घर से निकलते समय देख लेना चाहिए था। अब क्या करूँ ? मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है ? मोटरसाइकिल चलाना ऐसे समय पर भगवान की याद आ ही जाती है। मैंने भी मन ही मन भगवान को याद किया और कहा हे भगवान कैसे भी ये मोटरसाइकल चालू हो जाये और मैं पेट्रोल पंप तक पहुँच जाऊँ। भगवान से ऐसे प्रार्थना करने के बाद मैंने मोटरसाइकिल को किक मार कर चालू करने की बहुत कोशिश किया लेकिन मोटरसाइकल चालू नहीं हुई। और फिर मैंने ये मान लिया की पेट्रोल ख़त्म हो चूका है मोटरसाइकल ऐसे नहीं चलने वाली। आखिर मुझे चलना तो है ही क्योंकि पेट