पुरानी यादें और हील पावर
सुनें 👇 क्या बीते हुए कल का हमारे जीवन में कोई महत्व नहीं होता है ?अगर किसी की भी बात सुनी जाये खासकर प्रेरक वक्ताओं की तो वो ये जरूर कहते हैं कभी ना कभी की बीते हुए कल को भूल जाओ और आज में जिओ और जीवन में आगे बढ़ो। लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं। बीता हुआ कल बिलकुल वैसे ही होता है जैसे किसी कंप्यूटर की कोई ऐसी फाइल हो जो कभी कंप्यूटर के मेमोरी से मिटाई नहीं जा सकती है। उस फाइल को या तो छुपाया जा सकता है या कुछ समय के लिए भुला जा सकता है लेकिन एकदम से मिटाया नहीं जा सकता है। हमारा बीता हुआ कल और उससे जुड़ी यादें कभी ना कभी ,किसी ना किसी बहाने से हमारे सामने आ ही जाती हैं। कुछ यादें हमें अच्छा महसूस कराती हैं और कुछ यादें अफ़सोस और बुरा भी महसूस कराती हैं। ये सोचते समय किसी हिंदी फिल्म का मुझे ये डॉयलाग याद आता है की मुझे अपना वतन याद आता है कभी दर्द बनकर और कभी दवा बनकर। एक शाम जब मैं अपने परिवार के लोगों को छोड़ने रेलवे स्टेशन पहुँचा तो उस शाम का नजारा देखकर मुझे कुछ साल पहले की एक शाम याद आ गयी। वैसे तो सर्दी का मौसम था लेकिन वो शाम गर्मी के मौसम जैसा महसूस हो रहा...